Friday, April 8, 2011

माई लॉर्ड नहीं अब सिर्फ सर चलेगा


 पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकील भविष्य में न्यायाधीशों को माई लॉर्ड या माई लार्डशिप की बजाए सर कहकर संबोधित करेंगे। इस संबंध में गुरुवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा बुलाई गई आमसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दिया गया। बार एसोसिएशन द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में कहा गया है कि बार एसोसिएशन ने ब्रिटिश राज्य और कॉलोनियल विरासत की गुलामी के प्रतीक माई लॉर्ड या योर लॉर्ड जैसे संबोधनों की बजाए न्यायाधीशों को सर कह कर संबोधित किए जाने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास कर दिया है। बार एसोसिएशन ने कहा है कि सभी वकील इस फैसले को मानने के लिए बाध्य होंगे। यदि कोई सदस्य इस फैसले का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे द्वारा चलाई गई भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को समर्थन देने का ऐलान किया। एसोसिएशन ने कहा कि सरकार को हजारे के सभी प्रस्तावों को स्वीकार कर लेना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया है कि बार एसोसिएशन ने न्यायपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भी बार-बार आवाज उठाई है। अब अन्ना हजारे द्वारा आरंभ की गई भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम में एसोसिएशन पूरी तरह से उनके साथ है। इसके बाद शाम को बार एसोसिएशन के सदस्यों ने सेक्टर 17 स्थित प्लाजा पर अन्ना हजारे के समर्थन में प्रदर्शन भी किया|

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